First Animated Feature Film: जब 22 नवंबर, 1995 को पूरे अमेरिका में Toy Story की पहली स्क्रीनिंग चलाई गई, तो दर्शक केवल यह देखने के लिए उत्सुक थे कि पहली पूरी तरह से कंप्यूटर-एनिमेटेड फिल्म कैसी दिखाई दे रही है. मगर इस फिल्म को बनाने वाली टीम के लिए ये एक बहुत बड़ा दांव था. इस फिल्म की सफलता और इसकी लोकप्रियता ने फिल्म मेकिंग में नए आयाम के दरवाजे खोल दिए.
साथ आए Pixar और Disney
यह फिल्म डिज्नी और पिक्सर ने मिलकर बनाई. पिक्सर उस समय एक युवा कंपनी थी जिसके चेयरमैन स्टीव जॉब्स थे. एनीमेशन के क्षेत्र में अपनी वीडियो क्षमताओं के लिए डिज़्नी ने इसे चुना. पिक्सर के साथ डिज़्नी ने 3 कंप्यूटर-एनिमेटेड, फीचर-लेंथ फिल्मों के लिए 26 मिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट किया था. फिल्म निर्माताओं और इंजीनियरों को ऐसी फिल्म बनाने का कोई अनुभव नहीं था. आइडिया ये था कि उन्हें एक पूरी नई तरह की फिल्म का आविष्कार करना था.
टीम ने किए नये प्रयोग
टीम के सॉफ्टवेयर इंजीनियर और पिक्सर-डिज़्नी के वर्तमान एनिमेशन प्रेसिडेंट Ed Catmull ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘उस समय, हममें से कोई नहीं जानता था कि हम क्या कर रहे हैं. शॉर्ट फिल्मों और विज्ञापनों को छोड़कर हमारे पास कोई प्रोडक्शन एक्सपर्टीज़ नहीं थीं. हम सभी पूरी तरह से नौसिखिए थे. मगर हम कुछ नया प्रयोग करने के लिए उत्साहित थे.’
बड़ी हिट साबित हुई Toy Story
उन्होंने कहा, ‘एक प्रोजेक्ट की विफलता का मतलब था पूरे 3-फिल्म कॉन्ट्रैक्ट और पिक्सर स्टूडियो दोनों का अंत. हमारी पूरी टीम एक बड़ा दांव खेल रही थी.’ हालांकि, पिक्सर का वह दांव एकदम सटीक बैठा और फिल्म एक बड़ी हिट साबित हुई. फिल्म ने स्पेशल अचीवमेंट, बेस्ट ओरिजिनल स्क्रीनप्ले, स्कोर एंड सॉन्ग के लिए अकादमी पुरस्कार जीता. बज़ और वुडी की दोस्ती पर स्टूडियो द्वारा बनाई गई बाकी 2 फिल्में भी बड़ी हिट साबित हुईं जिसके साथ एनिमेशन फिल्मों का एक नया युग शुरू हुआ.