प्रयागराज में दिखेंगी डॉलफिन्स और डल झील जैसा नजारा, इन्वेस्टर समिट में साइन हुआ एमएमयू – tourists will see Dal lake like view and dolphins in Prayagraj investment of 75 crore rupee ntc


अभी तक तो आपने कश्मीर में डलझील देखी और सुनी होगी लेकिन संगम नगरी प्रयागराज में यूपी की अपनी डलझील होगी. पर्यटकों को रिझाने के लिए यहां डॉल्फिन और तमाम ऐसे नजारे होंगे जो लोगों को खूब भाएंगे.  प्रयागराज के नैनी इलाके के लवायन कला गांव में पर्यटन के क्षेत्र में एक बड़ा उदाहरण पेश होने जा रहा है. लवायनकला को कश्मीर की डल झील की तरह विकसित करने के लिए चल रहे उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में प्रयागराज के एक निवेशक तन्मय किशोर अग्रवाल द्वारा 75 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव रखा गया है. जिसमे उन्होंने एमएमयू साइन किया है. 

द्वीप के जैसा है लवायनकलां का इलाका

दरअसल लवायनकलां का इलाका द्वीप के जैसा है चट्टानों और नदी के बीच में रेत काफी भरा हुआ है और नदी में डॉल्फिन की भी बड़ी संख्या है. यहां पर्यटक न केवल नाव की सवारी का आनंद ले सकेंगे बल्कि जल्द ही स्वादिष्ट स्नैक्स और बोर्ड हाउसबोट पर भोजन के साथ पूरा मजा ले सकेंगे. प्रयागराज में लवायनकला में गंगादीप की कल्पना की गई है जो गंगापुर कछार क्षेत्रों में एक द्वीप पर एक नदी पर्यटन परियोजना के रूप में की गई है.

ये है प्रयागराज के ही निवेशक तन्मय की योजना

प्रयागराज के रहने वाले निवेशक तन्मय किशोर अग्रवाल के मुताबिक इस द्वीप पर एक वैदिक टेंट सिटी, हाउसबोट, फ्लोटिंग जेटी, नाव और कटमरैन गंगा डॉल्फिन और पवित्र गंगा के जीवन को दिखाना परियोजना का हिस्सा रहेंगें. उन्होंने कहा कि यह पहल आध्यात्मिकता, ध्यान, आयुर्वेदिक और योग प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी. इसके अलावा उच्च अंत वैदिक शादियों की मेजबानी करने के अलावा नदी परिभ्रमण पर आध्यात्मिक प्रवचन भी देगी जो पवित्र अनुभवों को एक नए स्तर पर ले जाएगी. उन्होंने कहा, “योग को बढ़ावा देने के लिए, यहां एक ध्यान केंद्र खोला जाएगा और आयुर्वेद उपचार के लिए एक और केंद्र स्थापित किया जाएगा. राज्य सरकार द्वारा नामित ‘इनवेस्टमेंट प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन एजेंसी’ के माध्यम से निवेश फॉर्म ऑनलाइन जमा किया है.

ऐसा हुआ तो पर्यटन के क्षेत्र में एक बड़ा नाम होगा प्रयागराज

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, प्रयागराज, अपराजिता सिंह के मुताबिक इन्वेस्टर ने एमएमयू साइन किया है. विभाग को क्रूज और इस तरह की अन्य पहलों के लिए कई परियोजनाएं मिली हैं. हम सभी प्रस्तावों के विवरणों पर गौर करेंगे और उनकी योग्यता के आधार पर उनका आकलन करेंगे. अगर ऐसा होता है तो संगम नगरी प्रयागराज पर्यटन के क्षेत्र में एक बड़ा नाम होगा जो कश्मीर का मजा अपने शहर प्रयागराज में ले सकेंगे. 

 



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