स्टोरी हाइलाइट्स
- बीजेपी से गठबंधन करेंगे ओमप्रकाश राजभर
- राजभर ने बीजेपी के सामने रखी लंबी डिमांड
- ओवैसी को राजभर ने चुनावी मंझधार में छोड़ा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के बीच शह-मात का खेल शुरू हो गया है. मांगें पूरी नहीं होने पर मंत्री पद छोड़ योगी सरकार से बाहर हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर एक बार फिर से बीजेपी के सहयोगी के रूप में नजर आ सकते हैं. बीजेपी के साथ मिलकर 2022 का चुनाव लड़ने के लिए तैयार ओमप्रकाश राजभर ने कई शर्तें रखी हैं, जिन्हें गठबंधन से पहले पूरा कराने का ठोस आश्वसान बीजेपी से चाहते हैं?
ओमप्रकाश राजभर ने गठबंधन से पहले बीजेपी से मांग रखी है कि देश में पिछड़ों की जातिगत जनगणना, रोहिणी आयोग की रिपोर्ट को लागू करने, उत्तर प्रदेश में सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू किया जाए. यूपी में घरेलू बिजली का बिल माफ किया जाए. एक समान अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा दी जाए.
राजभर ने पुलिस कर्मचारियों की बॉर्डर सीमा समाप्त हो, इन्हें अपने जिले में तैनाती की छूट हो. साथ ही पुलिस ड्यूटी 8 घंटे की सीमा निर्धारित हो और साप्ताहिक अवकाश दी जाए. पुरानी पेंशन बहाल की जाए. होमगार्ड, पीआरडी और चौकीदार दोनों पुलिस के समान सुविधाएं मिलें.