देश की राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में प्रदूषण के स्तर में सुधार से हालात कुछ बेहतर जरूर हैं, लेकिन कई इलाकों में अभी भी वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) अभी ‘बेहद खराब’ है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, आज (9 नवंबर) सुबह 7 बजे के करीब दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 339 दर्ज किया गया, जो बीते दिन 321 था.
CPCB के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, सुबह 7 बजे सबसे ज्यादा वायु गुणवत्ता सूचकांक द्वारका का दर्ज किया गया, जो 385 रहा. वहीं, नरेला में ये 380 दर्ज किया गया. आनंद विहार की बात करें तो यहां का AQI 323 रहा. नोएडा की बात करें तो सेक्टर 62 के इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक, 387 दर्ज किया गया है.
दिल्ली-NCR में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है।
नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 371 ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है, गुरुग्राम में 338 ‘बहुत खराब’ श्रेणी में और दिल्ली का AQI 339 पर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। pic.twitter.com/3XKfZbUaSg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 9, 2022
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है. पूर्वानुमान के मुताबिक, कल यानी गुरुवार को भी एयर क्वालिटी और बिगड़ सकती है. SAFAR के मुताबिक, कल दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 382 रहने का अनुमान है.
दिल्ली के मौसम की बात करें तो मौसम विभाग ने राजधानी में दो दिन का बारिश का अलर्ट जारी किया है. दिल्ली में आज और कल बारिश की संभावना है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदूषण के स्तर में सुधार भी देखा जा सकता है. आज (बुधवार) न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. अगले दो दिन तक बारिश की संभावना के बाद तापमान में गिरावट देखने की उम्मीद है.
इसके साथ ही इस हफ्ते कोहरा रहनी की उम्मीद है. इसे दिल्ली में ठंड की शुरुआत माना जा सकता है. बता दें कि सोमवार (7 नवंबर) को दिल्ली का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो नवंबर के महीने के लिए 2008 के बाद से सबसे अधिक है. हालांकि, मंगलवार को अधिकतम तापमान गिरकर 29.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जो इस मौसम के मुताबिक सामान्य है.
दिल्ली के मौसम की जानकारी
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रतिकूल मौसम संबंधी स्थितियों के कारण अगले दो दिनों में हवा की गुणवत्ता और खराब होने का अनुमान है. मौसम विभाग ने बुधवार को हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना के साथ आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहने की संभावना जताई है. गौरतलब है कि प्रदूषण को कम करने के लिए दो मौसमी कारक महत्वपूर्ण हैं. सबसे पहले व्यापक वर्षा होती है, जो प्रदूषकों को धोने में मदद करती है. दूसरी मध्यम से तेज हवाएं हैं जो आमतौर पर प्रदूषकों को तितर-बितर कर देती हैं.